
बयाना. रीको क्षेत्र के बाहर स्टेट हाईवे पर खड़े भारी वाहनों के खिलाफ पुलिस की सख्ती की बातें अब सिर्फ कागजों में ही दिखाई दे रही हैं। दो सप्ताह पहले चालान और कार्रवाई की जो चेतावनी दी गई थी, वह पूरी तरह बेअसर साबित हुई है। हालत यह हो गई है कि हाईवे पर अतिक्रमण घटने के बजाय और बढ़ गया है।
ट्रांसपोर्ट कंपनियों और वाहन चालकों ने मनमानी की हद पार कर दी है। अब उन्होंने पत्थर के बड़े ब्लॉक (ठेवी) पटककर सड़क को अवरुद्ध करना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, मिस्त्री और मेकेनिक भी औद्योगिक क्षेत्र और वर्कशॉप छोड़कर सीधे स्टेट हाईवे पर ही रिपेयरिंग करने लगे हैं। सड़क पर पार्ट्स, औजार और खुले सामान बिखरे रहते हैं, जिससे पूरा मार्ग निजी गैराज बना हुआ है।
व्यापारियों और नागरिकों का कहना है कि पुलिस की समझाइश झूठी निकली और चालान की चेतावनी खोखली साबित हुई। न कोई सख्ती दिखी, न ही अवैध पार्किंग हटाई गई। इस लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि इसी हाईवे पर अवैध पार्किंग की वजह से पिछले महीनों में कई युवक जान गंवा चुके हैं और कई लोग स्थायी दिव्यांगता के शिकार बने हैं। इसके बावजूद हाईवे पर वाहनों की कतारें और रिपेयरिंग का अड्डा लगातार बढ़ता जा रहा है।
व्यापारिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने साफ कहा है कि अब हालात बर्दाश्त की सीमा पार कर चुके हैं। पुलिस चाहती तो दो दिन में व्यवस्था दुरुस्त हो सकती थी, लेकिन कार्रवाई न के बराबर है। अब तुरंत कठोर कदम उठाए जाएं।
नागरिकों द्वारा मांग की गई है कि पुलिस अवैध खड़े सभी वाहनों को हाईवे से हटाए, ट्रांसपोर्ट कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाए, रोड पर रिपेयरिंग करने वालों को तुरंत हटाए और हाईवे पर नियमित गश्त शुरू करे।
पुलिस का कहना :
ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर जल्द ही संयुक्त अभियान चलाकर ऐसे वाहन स्वामियों व ट्रान्सपोर्ट कम्पनियों पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।
….रामगिलास गुर्जर, थाना प्रभारी, बयाना
