
लखनऊ में 9 साल बाद मायावती का शक्ति प्रदर्शन 5 लाख से अधिक भीड़ में दिखाई नीली ताकत | काशीराम स्मारक से उठी नीली लहर ने राजधानी को नीला कर दिया मायावती ने सपा पर निशाना साधते हुए बहुजन एकता और राजनीतिक पुनरुत्थान का बिगुल फूंका |
बसपा सुप्रीमो की 9 साल बाद आयोजित इस माह रैली में भीड़ का ऐसा सैलाब उमडा कि लोग देखकर दंग रह गए | आप जिधर नजर दौडाओ उधर ही नीले नीले झंडे नजर आने लगे ऐसा लगा कि कोई नीली नहर सैलाब छोड़ रही हो |
इस महारैली से एक बात तो तय हो गई कि लोगों का भरोसा अभी भी बहुजन समाज पार्टी और मायावती जी से जुड़ा हुआ है नहीं तो बिना बुलाए लाखों की भीड़ इकट्ठा नहीं होती | बसपा नेताओं ने दावा किया कि करीबन 5 लाख से अधिक कार्यकर्ता इस महा रैली में शामिल हुए |
एक समय था कि बहुजन समाज पार्टी की गूंज देश के कोने-कोने में सुनाई देती थी | समय बदलता रहा धीरे-धीरे समाज में बहुजन समाजवादी पार्टी की पकड़ कमजोर होती गई और ऐसा समय आया कि वह लोकसभा और विधानसभा दोनों में ही अपना स्थान न बना सकी | लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती जी ने हार नहीं मानी और आज 9 साल बाद देश को दिखा दिया कि मायावती की पकड़ अभी भी बहुजन समाज एवं अन्य समाज पर है |
मायावती जी ने इस मंच से उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की तारीफ की वही सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा |
इतनी विशाल रैली के बाद अब एक प्रश्न उठता है कि क्या मायावती 2027 में भाजपा को टक्कर देगी | यह सब देखना बाकी है लेकिन फिलहाल तो मायावती फिर से अपनी पार्टी में ऊर्जा भर रही हैं यह शक्ति प्रदर्शन इस पार्टी के लिए शक्ति और ऊर्जा प्रदान करेगा और समाज में कार्यकर्ताओं में जोश पैदा करेगा |
