
कुण्डा तिराहा पर अव्यवस्था से बढ़ रहा हादसों का खतरा, व्यापार महासंघ ने कार्रवाई की मांग कीबयाना. हिण्डौन, रूपबास और धौलपुर की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित कुण्डा तिराहा इन दिनों अव्यवस्था और लापरवाही का केंद्र बन गया है। यहां रेहड़ी लगाने वाले दुकानदारों द्वारा बिके बिना रह गए सड़े-गले फल, फलों के छिलके और कचरा खुले में सड़क पर फेंक दिया जाता है, जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी फैल रही है। इसी कचरे की उम्मीद में भोजन की तलाश में घूमते निराश्रित गौवंश का जमावड़ा भी यहां बढ़ गया है। कई बार खाने की होड़ में ये गौवंश आपस में भिड़ जाते हैं, जिससे अचानक बाजार में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे हालात में राहगीरों समेत छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह रास्ता बेहद जोखिम भरा बन जाता है। इसके अलावा रूदावल और बंध बारैठा की दिशा से आने वाले सैण्ड स्टोन से भरे भारी वाहन तथा हिण्डौन मार्ग से क्रेशरों की गिट्टी-बजरी से लदे ट्रक लगातार इस मार्ग से गुजरते हैं। ऐसे में गौवंश के बीच अचानक मची अफरा-तफरी उन्हें इन वाहनों की चपेट में आने का बड़ा खतरा पैदा कर देती है। हालात यह हैं कि किसी भी समय गंभीर हादसा हो सकता है। व्यापारियों ने इस समस्या को लंबे समय से नजरअंदाज किए जाने पर नाराजगी जताई है।बयाना व्यापार महासंघ के सदस्य महेश गर्ग ने नगरपालिका, पुलिस और स्थानीय प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर फेंका जा रहा कचरा तत्काल हटाया जाए। रेहड़ी संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। निराश्रित गौवंश का उचित पुनर्वास किया जाए और प्रशासन नियमित रूप से इस क्षेत्र में निगरानी रखे।स्थानीय व्यापारियों व आमजन ने भी प्रशासन से राहत दिलाने और भविष्य में संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस व्यवस्था सुनिश्चित करने की अपील की है।
